शक्ति दुबे यूपीएससी टॉपर 2024 यूपी के प्रयागराज शहर से आने वाली एक होनहार सिविल सर्वेंट है. यूँ तो प्रयागराज से कई विद्वान और बड़े प्रशासक निकले हैं और लेकिन शक्ति दुबे यूपीएससी 2024 की टॉपर है.
संगम नगरी की बेटी शक्ति दुबे को प्रयागराज के माहौल ने भी अपने जीवन लक्ष्यों की और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है, क्योंकि यहीं पर शक्ति दुबे ने अपनी पढ़ाई की नींव रखी, जो यूपीएससी परीक्षा में बड़ी इबारत तक पहुंच गयी.
शक्ति दुबे का यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 2024 का टॉपर बनना एक शानदार कहानी है. उन्होंने लगातार कड़ी मेहनत की, डिटेल प्लानिंग की और देश सेवा करने की बात मन ठान ली थी. शक्ति दुबे ने विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों से पढ़ाई की है. उन्होंने स्टूडेंट्स को पढ़ाया भी है, 7 सालों तक तैयारी करने के बाद, यूपीएससी 2024 की टॉपर बनके शक्ति दुबे लाखों छात्रों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गई हैं.
यूपीएससी 2023 में 15 रैंक से कटऑफ क्लियर करने से चूक गयी शक्ति दुबे ने तो यह सोचा भी नहीं था कि वह सिविल सेवा परीक्षा की टॉपर बनेंगी, लेकिन उनके भाई को इसका बहुत भरोसा था और 2023 में उनके चूकने पर उसने कहा था दीदी तुम चिंता मत करो, भगवान ने तुम्हें रैंक 1 के लिए बचाकर रखा है.
शक्ति दुबे को बचपन से ही एक ऐसा वातावरण मिला जिसमें शिक्षा की महत्वता बहुत अधिक थी. बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में ध्यान केंद्रित रखने वाली शक्ति दुबे, नई चीजें एक्स्प्लोर करने में विशेष रुचि रखती थी.
स्कूलिंग के बाद शक्ति दुबे ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बायोकेमिस्ट्री में बैचलर ऑफ साइंस (B.Sc.) की डिग्री प्राप्त की. बायोकेमिस्ट्री में स्पेसलाइजेशन ने शक्ति दुबे को बारीकी से चीजों को समझने और उनका विश्लेषण करने की विशेष क्षमता विकसित करने में मदद की. उनकी यह क्षमता सिविल सर्विसेज की तैयारी में उनके लिए रामबाण सिद्ध हुईं.
बायोकेमिस्ट्री में बीएससी करने के बाद शक्ति दुबे सन 2016 में देश के श्रेष्ठतम शैक्षणिक संसथान बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में बायोकेमिस्ट्री में ही मास्टर ऑफ साइंस (M.Sc.) करने के लिए पहुंच गयी. यहां उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक और बौद्धिक विषयों के बारे में भी रूचि लेना शुरू कर दिया. BHU में पढ़ाई के दिनों में ही शक्ति की रुचि शासन और प्रशासन की व्यवस्था और कार्यों को जानने में बढ़ गयी और उन्होंने सिविल सेवा में जाने का निर्णय लिया.
सन 2018 में, शक्ति ने M.Sc. करने के बाद कुछ समय के लिए शिक्षक के रूप में पढ़ाने का काम भी किया, जिससे उन्हें सीखने और सिखाने की क्षमताओं को बढ़ाने का मौका मिला. पढ़ाने से उन्हें कम्युनिकेशन और लीडरशिप जैसे स्किल्स सीखने को भी मिले, जो एक सिविल सर्वेंट के लिए बहुत जरूरी होते हैं. इसके साथ ही शक्ति ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी भी करनी शुरू कर दी थी. जिसके लिए शक्ति दुबे ने सामाजिक विज्ञान और इंटरनेशनल रिलेशन को ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर चुना था. इस तरह शक्ति दुबे की तैयारी में विज्ञान और सामाजिक विज्ञान दोनों का समायोजन रहा.
पढ़ाई के साथ सिविल सेर्विसज के लक्ष्य को ध्यान में रखकर 7 साल तक यू पी एस सी की तैयारी करने वाली शक्ति दुबे के धैर्य और अपने लक्ष्यों को लेकर गंभीरता प्रशंसनीय हैं.