आरती कुमार राव दक्षिण एशिया में काम करने वाली एक स्वतंत्र फोटोग्राफर, लेखिका और नेशनल जियोग्राफिक एक्सप्लोरर है जो जलवायु परिवर्तन के कारण बदलते परिदृश्य का डोकोमेंटेशन करती हैं. आरती राव को सन 2023 में बीबीसी द्वारा विश्व की 100 प्रभावशाली और प्रेरणादायक महिलाओं में नामित किया गया था.
बेंगलुरु कर्नाटक में जन्मी आरती कुमार राव ने थंडरबर्ड स्कूल ऑफ ग्लोबल मैनेजमेंट से एमबीए के साथ ही एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ एजुकेशन की डिग्री ली है. इसके अलावा पुणे यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में एमएससी की पढ़ाई करने के बाद आरती ने इंटेल में जॉब भी की है. फिर सन 2013 में अपनी नौकरी छोड़कर वह परिदृश्यों के बारे में लिखने का फैसला करते हुए अपने पैशन को प्रोफेशन में बदलने के लिए आगे बढ़ी.
भूजल में भारी कमी, आवास विनाश और उद्योग के लिए भूमि अधिग्रहण जैसी चीजें किस प्रकार जैव विविधता को नष्ट कर रही है, इस विषय पर आरती कुमार ने गहन अध्यन और शोध कार्य किया है. आरती बताती है कि ये सभी चीजें सामान्य भूमि को कम कर रही है, जिससे लाखों लोग विस्थापित हो रहे हैं और कई प्राकृतिक प्रजातियाँ विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गयी हैं.
एक दशक से अधिक समय तक भारतीय उपमहाद्वीप में शोध आंकलन से जुडी यात्राएं करने वाली आरती कुमार राव ने कई डोक्युमेंटरीज तैयार की है जो बताती हैं कि पर्यावरण विनाश किस तरह से सामान्य आजीविका और जैव विविधता को प्रभावित करता है.
मार्जिनलैंड्स - इंडियाज लैंडस्केप्स ऑन द ब्रिंक, आरती राव की भारत के सबसे प्रतिकूल वातावरण में रहने वाले लोगों के अनुभवों को प्रस्तुत करने वाली पुस्तक है जो लोगो द्वारा काफी सराही गयी है.
जलवायु संकट का मूल कारण आरती भूमि, जल और वायु के साथ मनुष्य का मौलिक संबंध होना बताती है, जो मनुष्य ने अपने लालच के चलते ख़राब कर लिया है. अतः अब यह बहुत जरूरी है कि हम इस संबंध को पुनः प्राप्त करें.