नीरज चोपड़ा भारत के लिए ट्रैक एंड फील्ड के जेवलिन थ्रो मतलब भाला फेंकने वाले ओलंपिक चैम्पियन है. वह राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर इस खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं. ओलंपिक स्वर्ण पदक, विश्व चैम्पियनशिप, राष्ट्रमंडल खेल, एशियाई खेल जैसे कई बड़े ख़िताब अपने नाम कर चुके नीरज चोपड़ा की गिनती भारत के महानतम स्पोर्ट्सपर्सन्स में होती है.
एक बेहतरीन एथलीट होने के साथ-साथ नीरज चोपड़ा भारतीय सेना में भी सूबेदार पद पर भी नियुक्त हैं और सेना में रहते हुए अपने जबरदस्त प्रदर्शन के लिए इन्हे सेना में विशिष्ट सेवा मैडल से भी पुरस्कृत किया जा चुका है.
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक्स 2021 में भारत का इस खेल में प्रतिनिधित्व करते हुए बेहतरीन जैवलिन थ्रो किया था और फाइनल में अपनी जगह बनाते हुए सोने का तगमा हासिल किया था. नीरज चोपड़ा ने भारत का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज कर करते हुए अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित करा लिया था. फाइनल में अपने पहले ही प्रयास में रिकार्ड 87.58 मीटर की दूरी पर भाला फेंक कर कमाल कर दिया था, जिसे उस इवेंट में कोई भी पार नहीं कर पाया था.
नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक्स 2021 में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाया. उनसे पहले अभिनव बिंद्रा ने 2008 के ओलंपिक्स में निशानेबाजी में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता था. नीरज चोपड़ा ट्रैक और फील्ड अंडर - 20 में विश्व खिताब जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट हैं. 121 सालों के लंबे के बाद नीरज चोपड़ा देश में एथलेटिक्स ओलंपिक मेडल लाने में सफल रहे थे.
नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसंबर 1997 को हरियाणा के पानीपत जिले के एक छोटे से गाँव खांद्रा में एक किसान रोड़ समुदाय में हुआ था. नीरज के पिता सतीश कुमार किसानी करते हैं और इनकी माता सरोज देवी एक कुशल गृहणी है. आर्थिक रूप से पिछड़े हुए एक परिवार में जन्मे नीरज चोपड़ा बचपन में हालांकि काफी मोटे थे.
महज 11 वर्ष की आयु में नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में रूचि लेना शुरू कर दिया था. जिसकी प्रेरणा उनको पानीपत स्टेडियम में जय चौधरी को प्रैक्टिस करते हुए देखकर मिली थी. हालांकि उस समय नीरज का वजन 80 किलो के आस पास था. देखने में वह गोल मटोल थे और अपने चाचा के साथ स्टेडियम में जाकर दौड़ लगाते थे. मोटे होने की वजह से गांव के बच्चे उन्हें मोटू कहकर चिढ़ाते भी थे.
नीरज ने सन 2018 में दोहा डायमंड लीग में 87.43 मीटर भाला फेंका था और वह चौथे स्थान पर रहे थे. हालांकि 2022 में नीरज चोपड़ा ने इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया था. नीरज चोपड़ा ने डायमंड लीग 2022 में गोल्ड मैडल जीता था.
दोहा डायमंड लीग 2023 में भी नीरज चोपड़ा ने शानदार जीत हासिल की थी. इस प्रतियोगिता के पहले चरण में ही नीरज चोपड़ा ने 88.67 मीटर थ्रो कर करियर का चौथा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और वह पहले स्थान पर रहते हुए विजेता बने थे. इस प्रतियोगिता में चेक गणराज्य के जैकब वडलेज्च 88.63 मीटर के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे. जबकि, ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स 85.88 मीटर के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे.
नीरज चोपड़ा ने बुडापेस्ट में आयोजित वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 88.17 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ गोल्ड मैडल जीता था. वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप जीतने वाले नीरज चोपड़ा पहले भारतीय बने थे. सन 2022 में नीरज चोपड़ा इस प्रतियोगिता को जीतने में चूक गए थे और उनको सिल्वर मैडल से संतोष करना पड़ा था. इस जीत के दम पर नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए भी क्वालिफाई किया था.
28 अगस्त 2023 को वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप जीतने के महज 3 दिन बाद नीरज चोपड़ा ने ज्यूरिख डायमंड लीग 2023 में भी सिल्वर मैडल जीता था. ज्यूरिख डायमंड लीग 2023 में नीरज चोपड़ा का बेस्ट थ्रो 85.71 मीटर का था, और वर्ल्ड चैंपियनशिप में तीसरे नंबर पर रहे चेक रिपब्लिक के याकूब वाल्देच के 85.86 मीटर के थ्रो से नीरज मात्र 15 सेंटीमीटर से गोल्ड मैडल चूक गए थे.
16 सितंबर 2023 को अमेरिका के ओरेगन में आयोजित टूर्नामेंट डायमंड लीग 2023 में अपने सेकेण्ड एटेम्पट में अपना बेस्ट थ्रो 83.80 मीटर दूर फेंका था. हालांकि यहाँ भी वह एक बार फिर चेक गणराज्य के 84.24 मीटर दूर भाला फेंकने वाले जाकुब वादलेच को नहीं पछाड़ सके थे और उनको डायमंड लीग 2023 में सिल्वर मैडल से संतोष करना पड़ा था.
चीन के हांगझू में एशियन गेम्स 2023 में 4 अक्टूबर 2023 को देश के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा ने पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता फाइनल में गोल्ड मैडल जीतकर अपने ख़िताब की रक्षा की थी. एशियन गेम्स 2023 में दमदार प्रदर्शन करते हुए नीरज चोपड़ा ने 88.88 मीटर की लम्बी दूरी कवर करते हुए करके गोल्ड मैडल जीता था.
नीरज चोपड़ा ने दोहा डायमंड लीग 2024 में दूसरे स्थान पर रहते हुए सिल्वर मैडल हासिल किया, इस लीग में नीरज ने अपने सिक्स्थ एटेम्पट में 88.36 मीटर दूर भाला फेंका, जो उनका बेस्ट थ्रो रहा, हालाकि वह चेक रिपब्लिक के जैकब वाडलेच से महज 2 सेंटीमीटर से पिछड़ गए थे, जिन्होंने 88.38 मीटर भाला फेंककर पहले स्थान पर कब्ज़ा किया था.
मई 2024 में भारतीय स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने ओडिशा के भुवनेश्वर में फेडरेशन कप के जेवलिन थ्रो इवेंट के फाइनल इवेंट में 82.27 मीटर दूर भाला फेंकते हुए गोल्ड मैडल जीता था.
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो इवेंट में सिल्वर मैडल जीता था, हालांकि नीरज चोपड़ा अपने गोल्ड मेडल को डिफेंड नहीं कर सके थे. दूसरी बार गोल्ड मेडल जीतने से चूके नीरज चोपड़ा का पहला थ्रो फाउल था, जिसके बाद उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 89.45 मीटर का थ्रो किया, जिसने उन्हें सिल्वर मैडल दिलाया, क्योंकि इसके अलावा उनके बाकी सभी थ्रो फाउल रहे थे.
इसके साथ ही नीरज चोपड़ा भारत के चौथे दो ओलंपिक पदक जीतने वाले एथलीट बने थे, उनसे पहले सुशील कुमार, पीवी सिंधु और मनु भाकर ही यह कारनामा कर पाए थे.
नीरज चोपड़ा ने अपने 2025 सीजन की शुरुआत 84.52 मीटर के बेहतरीन थ्रो के साथ की, जिसने उन्हें साउथ अफ्रीका में 17 अप्रैल 2025 को पोशेफ्स्ट्रोम इन्वेटेशनल इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने में सहायता की.
16 मई 2025 को दोहा डायमंड लीग 2025 में खेलते हुए नीरज चोपड़ा के ने आखिरकार 90 मीटर के उस जादुई आंकड़े को छू लिया जिसके लिए वह लम्बे समय से प्रयास करते आ रहे थे. कतर स्पोर्ट्स क्लब में खेलते हुए अपने दूसरे थ्रो में फाउल करने के बाद, नीरज चोपड़ा ने तीसरे थ्रो में 90.23 मीटर थ्रो के साथ वापसी करते हुए, एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया. इससे पहले उन्होंने स्टॉकहोम डायमंड लीग 2023 में 89.94 मीटर का रेकार्ड बनाया था.
नीरज चोपड़ा द्वारा यह मुकाम हासिल करने पर भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी खुशी व्यक्त करते हुए एक्स पर लिखा था, शानदार उपलब्धि... दोहा डायमंड लीग 2025 में 90 मीटर का आंकड़ा पार करने और अपना सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत थ्रो हासिल करने के लिए नीरज चोपड़ा को बधाई. यह उनके अथक समर्पण, अनुशासन और जुनून का नतीजा है. भारत को खुशी और गर्व है.
इस समय महान चेक थ्रोअर और सन 1996 में, 98.48 मीटर का विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले जान ज़ेलेज़नी नीरज छोड़ा के कोच थे. ज़ेलेज़नी को जेवलिन में सबसे महान माना जाता है और जेवलिन के विश्व रेकार्ड के साथ ही इतिहास में शीर्ष दस थ्रो में से पांच उनके नाम हैं.
इसके साथ ही पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में 90 मीटर से अधिक दूरी तक भाला फेंकने वाले नीरज चोपड़ा विश्व के 25वें एथलीट बने.
नीरज चोपड़ा का बेस्ट जेवलिन थ्रो 90.23 मीटर का है, जो कि एक नेशनल रिकॉर्ड भी है.